Ram Navami Puja Vidhi – रामनवमी पूजा विधि विधान के अनुसार, मुहूर्त, सामग्री और प्रसाद
Ram Navami Puja Vidhi At Home in Hindi
Ram Navami Puja in Hindi
Ram Navami Puja Vidhi – राम नवमी का शुभ दिन श्री राम जी के अवतरण का दिन है। यह हिंदू कैलेंडर में सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। यह चैत्र, शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। राम नवमी का उत्सव चैत्र नवरात्रि के नौवें और समापन दिन के साथ मनाया जाता है। इस साल राम नवमी 06 अप्रैल को है। भगवान विष्णु के सातवें अवतार श्री राम की पूजा कब और कैसे करें, यह जानने के लिए आगे देखें।
श्री राम नवमी मुहूर्त 2025
राम नवमी रविवार, 06 अप्रैल 2025 को
रामलला का जन्म दोपहर 12 बजे हुए था इसलिए रामनवमी पूजा के लिए दोपहर 12.34 मिनट का समय सबसे शुभ है।
राम नवमी मध्याह्न मुहूर्त – सुबह 11.08 से शुरू होगी और दोपहर 1.39 तक
नवमी तिथि प्रारम्भ – 5 अप्रैल 2025 को रात 7 बजकर 26 मिनट
नवमी तिथि समाप्त – 6 अप्रैल 2025 को रात 7 बजकर 22 मिनट
श्री राम नवमी पूजा सामग्री
- लकड़ी की चौकी
- चौकी को ढकने के लिए ताजे पीले कपड़े का एक टुकड़ा
- श्री राम की फोटो फ्रेम / मूर्ति
- हल्दी
- चंदन
- कुमकुम
- अक्षत
- पुष्प
- तुलसी के पत्ते
- फल
- कलावा और/या कपड़े का एक ताज़ा टुकड़ा
- एक जनेऊ (पवित्र धागा)
- एक नारियल
- पान और सुपारी
- केला
- पीतल का दीपक
- तेल या घी और रुई की बत्ती
- धूप (अगरबत्ती)
- कपूर
- इन वस्तुओं को व्यवस्थित करने के लिए ट्रे और आरती करने के लिए एक छोटी प्लेट
- दक्षिणा
- पंचामृत के लिए – केला या मिश्री, घी, दही, शहद और कच्चा दूध
श्री राम नवमी पूजा विधि
- पूजा की शुरुआत भगवान गणेश को प्रणाम करके करें।
- भगवान गणेश का आह्वान करें और फिर श्री राम की पूजा शुरू करें।
- आप रामायण की पूजा भी कर सकते हैं।
- ध्यानम (ध्यान) करके अनुष्ठान शुरू करें ।
- भगवान राम का आशीर्वाद लें और उनसे आपके विनम्र प्रसाद स्वीकार करने का अनुरोध करें।
- ध्यानम के बाद आवाहनम करें। हाथ जोड़कर भगवान राम से प्रार्थना करें और फिर सम्मानपूर्वक भगवान राम की तस्वीर या मूर्ति या रामायण को पीले रंग से ढके लकड़ी के मंच पर रखें। इस अनुष्ठान को आसनम कहा जाता है ।
- तेल या घी का दीपक जलाएं।
- पद्या का पालन करें। भगवान के चरणों में जल अर्पित करें।
- इसके बाद अर्घ्य दें।
- फिर कलावा या ताजे कपड़े का टुकड़ा, जनेऊ, हल्दी, चंदन, कुमकुम, फूल, तुलसी के पत्ते और पंचामृत चढ़ाएं।
- अब विष्णु सहस्रनाम का जाप करें। फिर अगरबत्ती और ताम्बूलम (जिसमें नारियल की भूसी, पान, सुपारी, फल, केले और दक्षिणा शामिल हो) चढ़ाएं।
- इसके बाद श्री राम जी की स्तुति करें।
- फिर प्रसन्न मन से श्री राम जी की आरती करें।
- इसके बाद प्रसाद ग्रहण करें।
Shri Ram Stuti – श्री राम स्तुति अर्थ सहित, श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं
Ram Navami Puja Vidhi महत्वपूर्ण प्रश्न
प्र.1 राम नवमी की पूजा कैसे करते हैं?
उ. राम नवमी की पूजा विधि ऊपर बताई गई है।
प्र.2 रामनवमी क्यों मनाई जाती है?
उ. यह त्यौहार भगवान राम के जन्म का जश्न मनाता है जो भगवान विष्णु के अवतार हैं। यह चैत्र माह के नौंवे दिन मनाई जाती है।
प्र.3 रामनवमी पर क्या करें?
उ. मंदिरों में जाकर, पूजा व प्रार्थना करके, उपवास करके, आध्यात्मिक प्रवचन सुनकर और भजन या कीर्तन गाकर त्योहार मनाते हैं।
प्र.4 राम को कौन सा प्रसाद पसंद है?
उ. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, राम की खीर के प्रति रुचि थी। आप राम जी को खीर व हलवा का प्रसाद का भोग लगा सकते हैं।
प्र.5 क्या भगवान राम को तुलसी अर्पित की जाती है?
उ. भगवान विष्णु को तुलसी प्रिय है तो आप भगवान राम जी को भी तुलसी अर्पित कर सकते हैं।
Shri Ramayan Aarti – आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिय पी की॥ गावत ब्रहमादिक मुनि नारद।
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